अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वैंस की भारत यात्रा

अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वैंस की भारत यात्रा- व्यापार, सांस्कृतिक जुड़ाव और रणनीतिक साझेदारी पर केंद्रित

अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वैंस की भारत यात्रा

  • SHUBHAM SONI 
  • PUBLISHED ON-20/04/2025

अमेरिका के उपराष्ट्रपति जेडी वैंस 21 अप्रैल 2025 को अपनी पहली आधिकारिक भारत यात्रा पर पहुंचेंगे। उनके साथ उनकी भारतीय मूल की पत्नी उषा चिलुकुरी वैंस और तीन बच्चे—इवान, विवेक और मिराबेल—भी होंगे। यह चार दिवसीय यात्रा व्यापार, रणनीतिक साझेदारी और सांस्कृतिक जुड़ाव को मजबूत करने के उद्देश्य से की जा रही है।

यात्रा का उद्देश्य और प्रमुख मुद्दे

यह यात्रा ऐसे समय में हो रही है जब राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की सरकार ने भारतीय वस्तुओं पर 26% प्रतिशोधात्मक शुल्क लगाया है। जेडी वैंस की यात्रा का मुख्य उद्देश्य भारत-अमेरिका के बीच व्यापार समझौते को अंतिम रूप देना और द्विपक्षीय संबंधों को और गहरा करना है। दोनों देश 2030 तक द्विपक्षीय व्यापार को $500 बिलियन तक बढ़ाने का लक्ष्य रख रहे हैं।

यात्रा कार्यक्रम: दिन-प्रतिदिन विवरण

तारीखस्थानगतिविधियाँ
21 अप्रैलनई दिल्लीसुबह 10 बजे पालम एयरबेस पर आगमन- स्वामीनारायण अक्षरधाम मंदिर का दौरा- पारंपरिक हस्तशिल्प बाजार की यात्रा- शाम 6:30 बजे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात और रात्रिभोज
22 अप्रैलजयपुरआमेर किला, सिटी पैलेस और हवा महल का दौरा- राजस्थान इंटरनेशनल सेंटर में नीति भाषण- राज्यपाल और मुख्यमंत्री से मुलाकात
23 अप्रैलआगराताज महल और शिल्पग्राम का दौरा- शाम को जयपुर वापसी
24 अप्रैलजयपुरअमेरिका के लिए प्रस्थान

 

जेडी वैंस और उनका परिवार दिल्ली में ITC मौर्य होटल में ठहरेंगे, जबकि जयपुर में वे रामबाग पैलेस में रुकेंगे।

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मोदी-वैंस बैठक: व्यापार और सुरक्षा पर चर्चा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वैंस के बीच होने वाली बैठक भारत-अमेरिका के द्विपक्षीय संबंधों के लिए बेहद अहम मानी जा रही है। यह बैठक न केवल दोनों देशों के रणनीतिक और आर्थिक हितों को मजबूती प्रदान करेगी, बल्कि वर्तमान वैश्विक भू-राजनीतिक परिवेश में नई दिशा भी तय करेगी।

व्यापार संबंध: संभावनाएं और चुनौतियाँ-

भारत और अमेरिका के बीच व्यापारिक संबंध लगातार बढ़ते रहे हैं। वर्ष 2023-24 में द्विपक्षीय व्यापार $190 बिलियन के आसपास रहा, जो दोनों देशों के बीच आर्थिक सहभागिता की मजबूती को दर्शाता है। इस बैठक में जिन व्यापारिक मुद्दों पर चर्चा होने की संभावना है, वे हैं:

मुद्दाविवरण
टैरिफ विवादअमेरिका द्वारा भारतीय वस्तुओं पर 26% प्रतिशोधात्मक शुल्क लगाया गया है, जिसके जवाब में भारत ने भी कुछ अमेरिकी उत्पादों पर शुल्क बढ़ाए हैं।
H-1B वीजा नीतिअमेरिका में काम कर रहे लाखों भारतीय पेशेवरों के लिए H-1B वीजा नीति का भविष्य दोनों देशों के लिए संवेदनशील मुद्दा है।
नवीनतम तकनीक और स्टार्टअप सहयोगभारत की बढ़ती टेक इंडस्ट्री और अमेरिका के निवेश को एक साथ लाने की योजनाएं भी चर्चा का हिस्सा रहेंगी।
ऊर्जा और हरित तकनीकसौर और हाइड्रोजन ऊर्जा में संयुक्त निवेश तथा तकनीकी साझेदारी की दिशा में भी समझौते की उम्मीद है।
सुरक्षा और रणनीतिक साझेदारी-

भारत और अमेरिका “क्वाड” (QUAD) के सदस्य हैं, जो इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में चीन के प्रभाव को संतुलित करने के लिए बना एक रणनीतिक मंच है। मोदी-जेडी वैंस वार्ता में निम्नलिखित सुरक्षा विषयों पर चर्चा संभावित है:

क्षेत्रचर्चा के विषय
इंडो-पैसिफिक सुरक्षासमुद्री मार्गों की सुरक्षा, सैन्य अभ्यास और निगरानी साझा करना
डिफेंस डील्सभारत को आधुनिक हथियार प्रणाली की आपूर्ति और संयुक्त रक्षा उत्पादन
साइबर सुरक्षाडेटा संरक्षण और डिजिटल इन्फ्रास्ट्रक्चर की रक्षा पर सहयोग
आतंकवादवैश्विक आतंकवाद के खिलाफ संयुक्त रणनीति और खुफिया जानकारी साझा करना

 

बैठक का रणनीतिक महत्व

यह बैठक राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की नई व्यापार नीतियों के बीच हो रही है, जिनका भारत पर सीधा प्रभाव पड़ रहा है। वैंस की यात्रा इन मुद्दों को सुलझाने और दीर्घकालीन रणनीतिक साझेदारी की पुनः पुष्टि का अवसर प्रदान कर रही है।

प्रमुख लक्ष्य:

  • द्विपक्षीय निवेश में वृद्धि के लिए रास्ता तैयार करना
  • रक्षा सहयोग को नई ऊंचाइयों तक ले जाना
  • वैश्विक मंचों पर भारत-अमेरिका साझेदारी को और सुदृढ़ बनाना
  • भारत-अमेरिका व्यापार समझौते को अंतिम रूप देना।
  • टैरिफ और शुल्क संबंधित मुद्दों पर समाधान।
  • H-1B वीजा नीति में भारतीय पेशेवरों के लिए स्थिरता सुनिश्चित करना।

भारतीय प्रतिनिधिमंडल में विदेश मंत्री एस. जयशंकर, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, विदेश सचिव विक्रम मिस्री और अमेरिका में भारतीय राजदूत विनय मोहन क्वात्रा शामिल होंगे।

सांस्कृतिक जुड़ाव: भारत की विरासत का अनुभव

जेडी वैंस परिवार की यात्रा में सांस्कृतिक स्थलों का दौरा भी शामिल है:

  • अक्षरधाम मंदिर: भारतीय वास्तुकला और आध्यात्मिकता का प्रतीक।
  • आमेर किला: राजस्थानी इतिहास और शिल्पकला का अद्भुत उदाहरण।
  • ताज महल: प्रेम और स्थापत्य कला का विश्व प्रसिद्ध स्मारक।

इन स्थलों की यात्रा से वैंस परिवार भारतीय संस्कृति और विरासत के प्रति अपनी सराहना प्रकट करेगा।

नीति भाषण: भारत-अमेरिका संबंधों पर दृष्टिकोण

22 अप्रैल को जयपुर के राजस्थान इंटरनेशनल सेंटर में उपराष्ट्रपति जेडी वैंस एक नीति भाषण देंगे, जिसमें वे भारत-अमेरिका संबंधों, व्यापार, सुरक्षा और वैश्विक चुनौतियों पर अपने विचार साझा करेंगे। इस कार्यक्रम में राजनयिक, सरकारी अधिकारी, शिक्षाविद और नीति विशेषज्ञ शामिल होंगे।उपराष्ट्रपति जेडी वैंस की यह यात्रा भारत-अमेरिका संबंधों में एक नया अध्याय जोड़ने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है। व्यापार, सुरक्षा और सांस्कृतिक जुड़ाव के माध्यम से दोनों देशों के बीच सहयोग को और मजबूत किया जाएगा। वैंस की पत्नी उषा वैंस की भारतीय जड़ों के कारण यह यात्रा व्यक्तिगत और सांस्कृतिक महत्व भी रखती है।

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