Site icon AmrutBazaarPatrika247.com

आरती सुब्रमण्यम TCS की पहली महिला COO,1989 में ट्रेनी के रूप में शुरू किया था सफर

आरती सुब्रमण्यम TCS की पहली महिला COO,1989 में ट्रेनी के रूप में शुरू किया था सफर

TCS की पहली महिला COO: आरती सुब्रमण्यम की प्रेरक यात्रा

भारतीय आईटी क्षेत्र में ऐतिहासिक नियुक्ति

टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS), भारत की सबसे बड़ी आईटी कंपनी, ने एक ऐतिहासिक फैसला लेते हुए आरती सुब्रमण्यम को अपना नया प्रेसिडेंट और चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर (COO) नियुक्त किया है। यह नियुक्ति भारतीय आईटी उद्योग के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है, क्योंकि आरती इस पद को संभालने वाली पहली महिला बन गई हैं।

TCS, जिसका वार्षिक राजस्व 30 अरब डॉलर से अधिक है, ने आरती सुब्रमण्यम को 1 मई 2024 से COO का पदभार संभालने के लिए चुना है। वह इस पद पर 2030 तक कार्यरत रहेंगी। यह नियुक्ति न केवल TCS के लिए, बल्कि पूरे भारतीय आईटी क्षेत्र के लिए एक बड़ा बदलाव लाने वाली है, जहाँ शीर्ष पदों पर महिलाओं का प्रतिनिधित्व अभी भी काफी कम है।

Also Read –सौरव गांगुली ICC क्रिकेट समिति अध्यक्ष, VVS लक्ष्मण सदस्य 2025

एक ट्रेनी से COO तक: आरती सुब्रमण्यम की सफलता की कहानी

आरती सुब्रमण्यम ने अपने करियर की शुरुआत 1989 में TCS में एक ग्रेजुएट ट्रेनी के रूप में की थी। धीरे-धीरे, अपनी मेहनत और कौशल के बल पर, वह कंपनी में ऊँचे पदों तक पहुँचीं। उन्हें “मिस फिक्सिट” के नाम से भी जाना जाता है, क्योंकि वह कठिन परिस्थितियों में भी समस्याओं का समाधान निकालने में माहिर हैं।

उन्होंने TCS में विभिन्न महत्वपूर्ण भूमिकाएँ निभाईं, जिनमें शामिल हैं:

2014 में, उन्होंने TCS में HR, लीगल कंप्लायंस और इंटरनल कंट्रोल्स की जिम्मेदारी संभाली। इसके अलावा, उन्होंने चेन्नई में SAP सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की स्थापना में भी अहम भूमिका निभाई।

टाटा समूह में डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन की अगुआ

TCS की नई COO- क्या बदलाव लाएँगी आरती?

TCS के CEO के. कृति वासन ने आरती की नियुक्ति पर कहा, “वह TCS को अच्छी तरह जानती हैं। वह TCS की बोर्ड मेंबर रह चुकी हैं और टाटा समूह की CDO भी थीं। वह व्यापार और टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में व्यापक अनुभव लेकर आती हैं।”

आरती सुब्रमण्यम की प्राथमिक जिम्मेदारी TCS की डिलीवरी क्षमताओं को मजबूत करना होगी। AI और डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन के इस दौर में, TCS को ग्राहकों के साथ जुड़े रहने के लिए नई रणनीतियाँ बनानी होंगी। एक उद्योग विश्लेषक के अनुसार, “TCS एक कॉन्टेक्स्चुअल रीसेट कर रहा है, ताकि AI-संचालित दुनिया में प्रासंगिक बना रहे। आरती इसके लिए सही उम्मीदवार हैं।”

भारतीय आईटी उद्योग में लैंगिक विविधता की दिशा में एक बड़ा कदम

भारतीय आईटी क्षेत्र में शीर्ष पदों पर महिलाओं का प्रतिनिधित्व बहुत कम है। नैसकॉम के अनुसार, भारतीय आईटी उद्योग में केवल 30-35% कर्मचारी ही महिलाएँ हैं, और सी-सूट लेवल पर यह संख्या और भी कम है। ऐसे में, TCS का यह निर्णय एक सकारात्मक संदेश देता है।

HfS रिसर्च के CEO फिल फर्श्ट ने कहा, “यह एक बहुत ही सूझभरा निर्णय है और भारतीय टेक उद्योग के लिए एक सशक्त संदेश है कि महिलाओं को नेतृत्व की भूमिकाओं में आगे लाया जाना चाहिए।”

TCS का भविष्य: क्या आरती बन सकती हैं अगली CEO?

TCS की नीति के अनुसार, CEO और MD 65 वर्ष की उम्र में रिटायर होते हैं। वर्तमान CEO के. कृति वासन 2029 में रिटायर होंगे, जबकि आरती सुब्रमण्यम 2030 तक COO के पद पर रहेंगी। ऐसे में, यह अनुमान लगाया जा रहा है कि 2029 में TCS की अगली CEO कौन होगी?

क्या आरती सुब्रमण्यम को अगला CEO बनाया जाएगा? या कंपनी किसी अन्य उम्मीदवार को चुनेगी? यह देखना दिलचस्प होगा।

आरती सुब्रमण्यम की नियुक्ति न केवल TCS, बल्कि पूरे भारतीय आईटी उद्योग के लिए एक मिसाल है। उनकी सफलता यह साबित करती है कि कड़ी मेहनत, दृढ़ संकल्प और नेतृत्व क्षमता से कोई भी शीर्ष पर पहुँच सकता है। यह नियुक्ति उन युवा महिला पेशेवरों के लिए प्रेरणा है, जो टेक्नोलॉजी और कॉर्पोरेट जगत में अपना करियर बनाना चाहती हैं।

Exit mobile version