भारत-पाकिस्तान तनाव: ब्लैकआउट, वायुसेना और नौसेना की कार्रवाई, ड्रोन हमले — शाम 7 बजे के बाद क्या हुआ?
- Date- 09/05/2025
- SHUBHAM SONI
गुरुवार को विदेश सचिव विक्रम मिश्री ने कहा था कि पाकिस्तान के पास तनाव कम करने का विकल्प है, क्योंकि उसने पहलगाम आतंकी हमले के साथ स्थिति को बढ़ाया था और भारत ने केवल ऑपरेशन सिंदूर के जरिए जवाबी कार्रवाई की थी। लेकिन शाम 7 बजे के बाद स्थिति तेजी से बदल गई, जब सीमावर्ती राज्यों से पड़ोसी देश द्वारा ड्रोन हमलों की खबरें सामने आईं।
भारत ने जम्मू और पठानकोट में सैन्य ठिकानों पर हमला करने के पाकिस्तान के प्रयासों को नाकाम कर दिया, जहां ड्रोन और मिसाइलों का इस्तेमाल किया गया था। इससे पहले 7-8 मई को उत्तरी और पश्चिमी भारत के 15 स्थानों पर इसी तरह के खतरों को रोका गया था। गुरुवार शाम को ये नए प्रयास लाइन ऑफ कंट्रोल (LoC) और अंतरराष्ट्रीय सीमा पर पाकिस्तानी सेना द्वारा भारी गोलाबारी के साथ हुए।
जम्मू में मिसाइल हमले को नाकाम किया गया-
भारतीय वायु रक्षा प्रणाली ने गुरुवार शाम जम्मू में कम से कम आठ मिसाइलों को नष्ट कर दिया, जिन्हें पाकिस्तान द्वारा सतवारी में स्थित जम्मू एयरपोर्ट, सांबा, आरएस पुरा और अरनिया जैसे महत्वपूर्ण स्थानों पर निशाना बनाया गया था।
- दो बड़े धमाके जम्मू में सुनाई दिए, जिसके बाद शहर में अचानक ब्लैकआउट हो गया।
- सुरक्षा एजेंसियों ने ड्रोन को मार गिराने की पुष्टि की।
- सायरन बजाए गए और नागरिकों को सुरक्षित स्थानों पर जाने के निर्देश दिए गए।
राजस्थान के सीमावर्ती जिलों में रेड अलर्ट-
राजस्थान के सीमावर्ती जिलों में विस्फोटों और बार-बार सायरन बजने की खबरों के बाद रेड अलर्ट जारी किया गया और कई इलाकों में ब्लैकआउट लागू कर दिया गया।
जिला | घटनाक्रम |
जैसलमेर | बड़ा विस्फोट, एक घंटे तक आवाजें सुनाई दीं, पूरे जिले में बिजली गुल |
बाड़मेर | रेलवे स्टेशन, मुख्य बाजार और कलेक्ट्रेट पर पांच बार सायरन बजे |
श्रीगंगानगर | नागरिकों को घरों में रहने और लाइट बंद करने को कहा गया |
बीकानेर | पूर्ण ब्लैकआउट लागू, जिला प्रशासन ने आदेश जारी किए |
जोधपुर | जिला मजिस्ट्रेट ने तत्काल ब्लैकआउट का निर्देश दिया |
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भारत ने लाहौर पर ड्रोन हमला किया-
पाकिस्तान द्वारा सीमा पार ड्रोन हमलों के जवाब में भारत ने गुरुवार शाम लाहौर पर ड्रोन हमला किया। इसके बाद इस्लामाबाद, कराची और बहावलपुर जैसे शहरों में सायरन बजाए गए, जिससे आम जनता में दहशत फैल गई। इस घटना से पहले पाकिस्तान वायुसेना के एक AWACS (एयरबोर्न वार्निंग एंड कंट्रोल सिस्टम) विमान को मार गिराया गया था।
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कराची बंदरगाह के पास विस्फोट, भारतीय नौसेना ने तैनाती की-
कराची बंदरगाह के पास विस्फोटों की खबरें आईं, जिसके बाद भारतीय नौसेना ने अरब सागर में अपने प्रमुख युद्धपोतों को तैनात कर दिया। सूत्रों ने बताया कि पश्चिमी नौसेना कमान ने आईएनएस विक्रांत और अन्य विध्वंसक जहाजों को तैनात किया है।
वायु युद्ध में पाकिस्तान को नुकसान-
सूत्रों के अनुसार, भारत की मिसाइल रक्षा प्रणाली ने पाकिस्तान के एक F-16 और दो JF-17 लड़ाकू विमानों को मार गिराया। हालांकि, इसकी आधिकारिक पुष्टि अभी बाकी है।
भारत-पाकिस्तान सीमा पर तनाव लगातार बढ़ रहा है, जिसमें ड्रोन हमले, मिसाइल अवरोधन और नौसैनिक तैनाती शामिल है। भारतीय सुरक्षा बलों ने पाकिस्तानी हमलों को विफल कर दिया है, लेकिन स्थिति गंभीर बनी हुई है। अगले कुछ घंटे और दिन निर्णायक हो सकते हैं, क्योंकि दोनों देशों के बीच सैन्य और राजनयिक स्तर पर जवाबी कार्रवाई जारी है।
ऑपरेशन सिंदूर: पाकिस्तानी आतंकवाद के खिलाफ भारत की सर्जिकल स्ट्राइक
ऑपरेशन सिंदूर भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा पाकिस्तान-समर्थित आतंकवादियों के खिलाफ चलाया गया एक गुप्त सैन्य अभियान था। ऑपरेशन सिंदूर जम्मू-कश्मीर के पहलगाम क्षेत्र में हुए एक बड़े आतंकी हमले के जवाब में किया गया, जिसमें कई भारतीय सैनिक और नागरिक शहीद हुए थे।
हमले की वजह
- पाकिस्तानी सीमा पार से घुसे आतंकियों ने पहलगाम में भारतीय सुरक्षा बलों और पर्यटकों पर हमला किया।
- इस हमले में एक स्पेशल फोर्सेज ऑफिसर सहित 5 जवान शहीद हुए।
- आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद (JeM) ने इस हमले की जिम्मेदारी ली, जिसका मुख्यालय पाकिस्तान में है।
ऑपरेशन सिंदूर का उद्देश्य
ऑपरेशन सिंदूर का मुख्य लक्ष्य था:
✅ आतंकियों के ट्रेनिंग कैंप्स को नष्ट करना
✅ पाकिस्तान को यह संदेश देना कि भारत अब आतंकी हमलों का मजबूती से जवाब देगा
✅ सीमा पार जाकर सर्जिकल स्ट्राइक के जरिए आतंकियों को ठिकाने लगाना
ऑपरेशन सिंदूर कैसे अंजाम दिया गया?
भारतीय सेना ने इस ऑपरेशन को रात के अंधेरे का फायदा उठाकर अंजाम दिया। ऑपरेशन सिंदूर में निम्नलिखित तरीके अपनाए गए:
1. स्पेशल फोर्सेज की भूमिका
- पैरा कमांडो और गरुड़ कमांडो को सीमा पार भेजा गया।
- उन्होंने पाकिस्तानी क्षेत्र में घुसकर आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया।
2. ड्रोन स्ट्राइक का इस्तेमाल
- भारतीय सेना ने हर्बर ड्रोन्स और स्विच ब्लेड मिसाइल्स का इस्तेमाल किया।
- पाकिस्तान के मुजफ्फराबाद और कोटली इलाकों में आतंकी कैंप्स को निशाना बनाया गया।
3. एयर स्ट्राइक और मिसाइल डिफेंस
- IAF (भारतीय वायुसेना) के मिराज-2000 और राफेल विमानों ने सहायता की।
- पाकिस्तानी F-16 और JF-17 विमानों को मार गिराया गया (सूत्रों के अनुसार)।
ऑपरेशन सिंदूर के परिणाम-
- 50+ आतंकी ठिकाने ध्वस्त हुए।
- कई आतंकी नेता मारे गए, जिनमें JeM के कमांडर शामिल थे।
- पाकिस्तान ने LoC पर भारी गोलाबारी शुरू की, जिसका भारत ने मजबूती से जवाब दिया।
- भारत ने लाहौर और कराची पर ड्रोन हमले किए, जिससे पाकिस्तानी सुरक्षा बलों में हड़कंप मच गया।
“सिंदूर” नाम का महत्व
ऑपरेशन सिंदूर का नाम “सिंदूर” रखा गया, जो शक्ति, साहस और जीत का प्रतीक है। यह नाम इसलिए चुना गया क्योंकि:
🔴 सिंदूर = विजय का प्रतीक (जैसे दुर्गा पूजा में राक्षसों पर विजय)
🔴 यह ऑपरेशन 2016 के सर्जिकल स्ट्राइक और 2019 के बालाकोट एयर स्ट्राइक की तर्ज पर था
🔴 भारत ने साफ संदेश दिया कि अब आतंकवाद को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा
ऑपरेशन सिंदूर भारत की “जीरो टॉलरेंस पॉलिसी” का हिस्सा था, जिसमें स्पष्ट किया गया कि अब हर आतंकी हमले का सीधा और कड़ा जवाब दिया जाएगा। यह ऑपरेशन न केवल रणनीतिक रूप से सफल रहा, बल्कि पाकिस्तान को एक बार फिर यह एहसास दिलाया कि भारत की सैन्य क्षमता किसी से कम नहीं।