“देश में जल संरक्षण की मिसाल: आईएएस डी.के. भास्कर ने 450 तालाबों को भरकर रचा इतिहास”

अरबपति Anand Mahindra ने आईएएस अधिकारी डी.के. भास्कर की जल संकट के समाधान के लिए सराहना की

  1. अरबपति ने आईएएस अधिकारी की प्रशंसा की
    • अरबपति  Anand Mahindra ने X (पूर्व में ट्विटर) पर आईएएस अधिकारी देवरकोंडा कृष्णा भास्कर की जल संकट के समाधान के लिए तारीफ की।
    • भास्कर ने कृषि-आधारित अर्थव्यवस्था वाले भारत में भूजल स्तर को बढ़ाने के लिए नवाचारी उपाय किए।
    • अरबपति ने कहा कि भास्कर का काम साबित करता है कि दृढ़ संकल्प से कोई भी समस्या असंभव नहीं
  2. भास्कर का जल संरक्षण अभियान और सफलता
    • भास्कर ने जिले में व्यापक जल संरक्षण योजना लागू की, जिसमें शामिल थे:
      • पुराने जलाशयों का उन्नयन और पाइपलाइन सिस्टम लगाना।
      • जलाशयों के लिए जमीन अधिग्रहण और गाद हटाने (डिसिल्टिंग) का काम।
      • खाइयाँ खोदकर जल संग्रहण क्षमता बढ़ाना।
      • सैकड़ों साल से सूखे पड़े छोटे तालाबों को पुनर्जीवित करना।
    • परिणाम:
      • 699 जलाशयों में से 450 इस साल पूरी क्षमता से भरे
      • गुड़ी चेरुवु परियोजना ने मंदिर परिसर के तालाबों को बड़ा कर स्थानीय जल संकट दूर किया
  3. डी.के. भास्कर कौन हैं?
    • वर्तमान पद: तेलंगाना सरकार में निदेशक, उद्योग
    • शिक्षा:
      • आईआईटी खड़गपुर से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग।
      • इंडियन स्कूल ऑफ बिजनेस (ISB) से एमबीए।
    • पुरस्कार:
      • 2019 में प्रधानमंत्री पुरस्कार: सिद्दीपेट जिले में मिशन इंद्रधनुष (टीकाकरण अभियान) को सफल बनाने के लिए।
      • 2020 में प्रधानमंत्री पुरस्कार: राजन्ना सिरसिल्ला जिले में जन सेवाओं और शिकायत निवारण में सुधार के लिए।

  1. महत्वपूर्ण सीख
    • भास्कर का काम दिखाता है कि सामुदायिक भागीदारी और रणनीतिक योजना से बड़े जल संकट का समाधान संभव है।
    • उनकी सफलता दूसरे जल-संकटग्रस्त क्षेत्रों के लिए एक मॉडल है।

आईएएस अधिकारी डी.के. भास्कर ने अपने नवाचारी दृष्टिकोण और कड़ी मेहनत से साबित किया कि जल संरक्षण एक बड़ी चुनौती हो सकती है, लेकिन असंभव नहीं। उनका काम सरकारी अधिकारियों और समाज के लिए प्रेरणा है।

डेवेरकोंडा कृष्ण भास्कर एक आईएएस अधिकारी हैं. अभी वह तेलंगाना सरकार में उद्योग निदेशक के पद पर हैं. अपने शानदार करियर में उन्हें 2019 और 2020 में लगातार दो साल प्रधानमंत्री पुरस्कार मिला. 2019 में सिद्धिपेट जिले में मिशन इंद्रधनुष को सफल बनाने के लिए उन्हें सम्मानित किया गया

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