सतत विकास,05/05/2025 GOLD AND SILVER PRICES

सतत विकास,05/05/2025 GOLD AND SILVER PRICESसतत विकास,05/05/2025 GOLD AND SILVER PRICES

  • SHUBHAM SONI 
  • PUBLISHED ON-05/05/2025

सतत विकास (Sustainable Development) एक ऐसी विकास प्रक्रिया है जो वर्तमान पीढ़ी की आवश्यकताओं को पूरा करते हुए भविष्य की पीढ़ियों के लिए प्राकृतिक, आर्थिक और सामाजिक संसाधनों को सुरक्षित रखती है।

आज सिरोंज में सोने और चांदी की कीमतें-

CITYGOLD PRICES (WITH GST) 10 GRAMSSILVER PRICES (WITH GST) PER KG
SIRONJ₹96710₹97375
यह  चैनल उन लोगों के लिए एक बेहतरीन स्रोत है जो  आज 05/05/2025 GOLD AND SILVER PRICES  जानना चाहते हैं। यहां आपको भारत में GOLD AND SILVER PRICES मिलेंगी, जिन्हें नियमित रूप से अपडेट किया जाता है। हाल ही में चीन और अमेरिका के व्यापार युद्ध (trade war) की वजह से चांदी के दामों में भारी गिरावट देखी जा रही है।चाहे आप निवेशक हों, जौहरी हों या कोई ऐसा व्यक्ति जो अपने निवेश को समझदारी से करना चाहता है, यह चैनल आपकी ज़रूरतों को पूरा करने के लिए सबसे बेहतर स्थान है।
  • सोने या चांदी के दाम हर रोज़ बाजार के उतार-चढ़ाव के आधार पर बदलती रहती हैं।
  • इस ब्लॉग पर आपको प्रमुख भारतीय शहरों जैसे दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, चेन्नई, बेंगलुरु और अन्य स्थानों की सोने और चांदी की कीमतें मिलेगी।
  • इसके अलावा, हम यहां 22 कैरेट और 24 कैरेट सोने की कीमतों का भी उल्लेख करते हैं ताकि आप अपनी ज़रूरत के अनुसार जानकारी प्राप्त कर सकें।
  • यह जानना जरूरी है कि यहां दी गई कीमतें बाजार में थोड़े बदलाव के साथ बदल सकती हैं।
  • GOLD AND SILVER PRICES में बदलाव के कारण अंतरराष्ट्रीय बाजार में उतार-चढ़ाव, मांग और आपूर्ति का संतुलन, मुद्रा की दरें और अन्य आर्थिक कारक होते हैं।
  • इसलिए, हम आपको यह सलाह देते हैं कि इन कीमतों की पुष्टि करते समय बाजार की मौजूदा स्थिति को भी ध्यान में रखें।
हमारा लक्ष्य है कि आपको सही और सटीक जानकारी प्रदान करें ताकि आप अपने निवेश निर्णयों को समझदारी से ले सकें। हमारे ब्लॉग के माध्यम से आपको कीमतों के अलावा, बाजार से जुड़े महत्वपूर्ण अपडेट्स और टिप्स भी मिलेंगे जो आपको बेहतर निवेश का मार्गदर्शन करेंगे। तो अगर आप सोने और चांदी में निवेश कर रहे हैं, या केवल उनके दामों के बारे में जानकारी रखना चाहते हैं, तो इस ब्लॉग को नियमित रूप से फॉलो करना न भूलें!
यहाँ दिल्ली, मुंबई, चेन्नई और कोलकाता में आज 05/05/2025 सोने और चांदी की कीमतें दिए गए हैं:
CITY24k GOLD (GST PRICE) 10GRAMS22k GOLD (GST PRICE) 10GRAMS    SILVER (GST PRICE) PER KG
DELHI₹98350₹90180₹95960
MUMBAI₹96720₹88560₹97650
CHENNAI₹98570₹90390₹108000
KOLKATA₹98600₹90390₹97500
ध्यान दें कि ये भाव बाज़ार के अनुसार बदल सकते हैं, और इनमें दैनिक या साप्ताहिक उतार-चढ़ाव भी हो सकता है, जो अंतरराष्ट्रीय बाजार में अस्थिरता और मांग-आपूर्ति के आधार पर होते हैं
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GOLD AND SILVER PRICES कई महत्वपूर्ण कारकों पर निर्भर करते हैं। इनमें से कुछ मुख्य कारण निम्नलिखित हैं:

1. अंतरराष्ट्रीय बाजार में उतार-चढ़ाव

  • GOLD AND SILVER PRICES अंतरराष्ट्रीय बाजार में होने वाले बदलावों से बहुत प्रभावित होती हैं। जैसे-जैसे वैश्विक स्तर पर निवेश, मांग, और आपूर्ति में बदलाव होता है, वैसे ही इन धातुओं के दामों में उतार-चढ़ाव आता है। हाल ही में चीन और अमेरिका के व्यापार युद्ध (trade war) की वजह से चांदी के दामों में भारी गिरावट देखी जा रही है। ऐसी स्थिति अंतरराष्ट्रीय बाजार में अव्यवस्था के कारण होती है।

2. डॉलर की कीमत

  • चूंकि सोने और चांदी का व्यापार अमेरिकी डॉलर में किया जाता है, इसलिए डॉलर की विनिमय दर में बदलाव का प्रभाव सीधा इनकी कीमतों पर पड़ता है। जब डॉलर की कीमत मजबूत होती है, तो सोने-चांदी के दाम कम हो सकते हैं, और जब डॉलर कमजोर होता है, तो इनके दाम बढ़ सकते हैं।

3. मांग और आपूर्ति

  • यदि सोने और चांदी की मांग अधिक होती है और उनकी आपूर्ति सीमित होती है, तो उनके दाम बढ़ सकते हैं। इसका सीधा असर त्योहारों और शादी के मौसम में भी देखा जा सकता है, जब इनकी मांग बढ़ जाती है।

4. मुद्रास्फीति (महंगाई)

  • महंगाई की दर में वृद्धि होने पर निवेशक सोने और चांदी को सुरक्षित निवेश के रूप में देखते हैं। इसलिए, उच्च मुद्रास्फीति के समय में इनकी कीमतें आमतौर पर बढ़ जाती हैं।

Daily Dose 

में हम आपको मौजूदा समय के प्रसिद्ध आर्थिक शब्दों को हिंदी और सरल भाषा में समझाते हैं।

सतत विकास (Sustainable Development) 

परिचय

सतत विकास (Sustainable Development) एक ऐसी विकास प्रक्रिया है जो वर्तमान पीढ़ी की आवश्यकताओं को पूरा करते हुए भविष्य की पीढ़ियों के लिए प्राकृतिक, आर्थिक और सामाजिक संसाधनों को सुरक्षित रखती है। यह अवधारणा इस बात पर जोर देती है कि विकास के नाम पर पर्यावरण का अनियंत्रित दोहन न हो और समाज के सभी वर्गों को विकास का लाभ मिले।

सतत विकास की परिभाषा

1987 में ब्रुंटलैंड रिपोर्ट (Our Common Future) में सतत विकास को इस प्रकार परिभाषित किया गया:

“सतत विकास वह विकास है जो वर्तमान की जरूरतों को पूरा करता है, बिना भविष्य की पीढ़ियों की अपनी आवश्यकताओं को पूरा करने की क्षमता से समझौता किए।”

सतत विकास के तीन मुख्य स्तंभ

सतत विकास को समझने के लिए इसे तीन प्रमुख आयामों में देखा जाता है:

आर्थिक स्थिरता (Economic Sustainability)

  • ऐसी अर्थव्यवस्था जो दीर्घकाल तक चल सके।
  • संसाधनों का विवेकपूर्ण उपयोग करके आर्थिक विकास को बनाए रखना।
  • उदाहरण: हरित उद्योग (Green Industries), नवीकरणीय ऊर्जा पर निवेश।

सामाजिक समानता (Social Equity)

  • विकास का लाभ समाज के सभी वर्गों तक पहुँचना चाहिए।
  • गरीबी कम करना, शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाओं तक सभी की पहुँच सुनिश्चित करना।
  • उदाहरण: सामाजिक कल्याण योजनाएँ (जैसे मनरेगा, आयुष्मान भारत)।

पर्यावरण संरक्षण (Environmental Protection)

  • प्राकृतिक संसाधनों (जल, वायु, मिट्टी, जैव विविधता) का संरक्षण।
  • प्रदूषण कम करना और जलवायु परिवर्तन को रोकने के उपाय करना।
  • उदाहरण: वृक्षारोपण, कार्बन उत्सर्जन कम करना, प्लास्टिक प्रतिबंध।

सतत विकास के लक्ष्य (SDGs – Sustainable Development Goals)

2015 में संयुक्त राष्ट्र (UN) ने 17 सतत विकास लक्ष्य (SDGs) निर्धारित किए, जिन्हें 2030 तक पूरा करना है। इनमें से कुछ प्रमुख लक्ष्य हैं:

  1. गरीबी का अंत (No Poverty)
  2. भूखमरी समाप्त करना (Zero Hunger)
  3. अच्छा स्वास्थ्य और कल्याण (Good Health & Well-being)
  4. गुणवत्तापूर्ण शिक्षा (Quality Education)
  5. लैंगिक समानता (Gender Equality)
  6. स्वच्छ जल और स्वच्छता (Clean Water & Sanitation)
  7. सस्ती और स्वच्छ ऊर्जा (Affordable & Clean Energy)
  8. जलवायु कार्रवाई (Climate Action)

सतत विकास के उदाहरण (Examples of Sustainable Development)

1. नवीकरणीय ऊर्जा (Renewable Energy)

  • कोयला और पेट्रोलियम जैसे जीवाश्म ईंधन के स्थान पर सौर ऊर्जा (Solar Power), पवन ऊर्जा (Wind Energy), जल विद्युत (Hydropower) का उपयोग।

  • भारत में राष्ट्रीय सौर मिशन (National Solar Mission) और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पेरिस जलवायु समझौता (Paris Climate Agreement) इसी दिशा में कदम हैं।

2. जैविक खेती (Organic Farming)

  • रासायनिक खाद और कीटनाशकों के बिना प्राकृतिक तरीके से फसल उगाना।

  • इससे मिट्टी की उर्वरता बनी रहती है और भूजल प्रदूषण कम होता है।

3. हरित भवन (Green Buildings)

  • ऐसी इमारतें जो कम पानी, कम बिजली और कचरे का पुनर्चक्रण (Recycling) करती हैं।

  • LEED (Leadership in Energy and Environmental Design) प्रमाणन ऐसी ही इमारतों को दिया जाता है।

4. सार्वजनिक परिवहन और इलेक्ट्रिक वाहन (Public Transport & EVs)

  • मेट्रो, बस रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (BRTS), और इलेक्ट्रिक कारों को बढ़ावा देकर वायु प्रदूषण कम करना।


भारत में सतत विकास के प्रयास

  • स्वच्छ भारत मिशन (Clean India Mission) – खुले में शौच मुक्त भारत और कचरा प्रबंधन।

  • उज्ज्वला योजना (Ujjwala Yojana) – गरीब महिलाओं को मुफ्त एलपीजी गैस कनेक्शन।

  • जल शक्ति अभियान (Jal Shakti Abhiyan) – जल संरक्षण और कुएँ, तालाबों का पुनर्जीवन।

  • राष्ट्रीय हरित न्यायाधिकरण (National Green Tribunal – NGT) – पर्यावरण संरक्षण से जुड़े मामलों की सुनवाई।

सतत विकास की चुनौतियाँ

  1. जनसंख्या वृद्धि – अधिक लोगों का अधिक संसाधनों पर दबाव।
  2. शहरीकरण (Urbanization) – शहरों का अनियोजित विस्तार, प्रदूषण बढ़ना।
  3. जलवायु परिवर्तन (Climate Change) – ग्लोबल वार्मिंग, अनियमित मौसम।
  4. गरीबी और असमानता – विकास का लाभ सभी तक न पहुँचना।

सतत विकास एक संतुलित दृष्टिकोण है जो मानव विकास और प्रकृति के बीच सामंजस्य बनाता है। यह न केवल वर्तमान पीढ़ी के लिए बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए भी एक स्वस्थ और समृद्ध भविष्य सुनिश्चित करता है। सरकारों, व्यवसायों और नागरिकों को मिलकर इस दिशा में प्रयास करने की आवश्यकता है।

“पृथ्वी हमारी विरासत नहीं, बल्कि हम भावी पीढ़ियों के लिए इसके संरक्षक हैं।”

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