- SHUBHAM SONI
- PUBLISHED ON-09/06/2025
मध्य प्रदेश सरकार ने किसानों को कृषि आधारित उद्यम स्थापित करने के लिए प्रोत्साहित करने हेतु “मुख्यमंत्री कृषक उद्यमी योजना” शुरू की है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य किसानों को केवल फसल उत्पादन तक सीमित न रखकर कृषि-उद्यमिता (Agripreneurship) की ओर अग्रसर करना है।
आज सिरोंज में सोने और चांदी की कीमतें-
CITY | GOLD PRICES (WITH GST) 10 GRAMS | SILVER PRICES (WITH GST) PER KG |
SIRONJ | ₹99200 | ₹109050 |
यह चैनल उन लोगों के लिए एक बेहतरीन स्रोत है जो आज 09/06/2025 GOLD AND SILVER PRICES जानना चाहते हैं। यहां आपको भारत में GOLD AND SILVER PRICES मिलेंगी, जिन्हें नियमित रूप से अपडेट किया जाता है। हाल ही में चीन और अमेरिका के व्यापार युद्ध (trade war) की वजह से चांदी के दामों में भारी गिरावट देखी जा रही है।चाहे आप निवेशक हों, जौहरी हों या कोई ऐसा व्यक्ति जो अपने निवेश को समझदारी से करना चाहता है, यह चैनल आपकी ज़रूरतों को पूरा करने के लिए सबसे बेहतर स्थान है।
- सोने या चांदी के दाम हर रोज़ बाजार के उतार-चढ़ाव के आधार पर बदलती रहती हैं।
- इस ब्लॉग पर आपको प्रमुख भारतीय शहरों जैसे दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, चेन्नई, बेंगलुरु और अन्य स्थानों की सोने और चांदी की कीमतें मिलेगी।
- इसके अलावा, हम यहां 22 कैरेट और 24 कैरेट सोने की कीमतों का भी उल्लेख करते हैं ताकि आप अपनी ज़रूरत के अनुसार जानकारी प्राप्त कर सकें।
- यह जानना जरूरी है कि यहां दी गई कीमतें बाजार में थोड़े बदलाव के साथ बदल सकती हैं।
- GOLD AND SILVER PRICES में बदलाव के कारण अंतरराष्ट्रीय बाजार में उतार-चढ़ाव, मांग और आपूर्ति का संतुलन, मुद्रा की दरें और अन्य आर्थिक कारक होते हैं।
- इसलिए, हम आपको यह सलाह देते हैं कि इन कीमतों की पुष्टि करते समय बाजार की मौजूदा स्थिति को भी ध्यान में रखें।
हमारा लक्ष्य है कि आपको सही और सटीक जानकारी प्रदान करें ताकि आप अपने निवेश निर्णयों को समझदारी से ले सकें। हमारे ब्लॉग के माध्यम से आपको कीमतों के अलावा, बाजार से जुड़े महत्वपूर्ण अपडेट्स और टिप्स भी मिलेंगे जो आपको बेहतर निवेश का मार्गदर्शन करेंगे। तो अगर आप सोने और चांदी में निवेश कर रहे हैं, या केवल उनके दामों के बारे में जानकारी रखना चाहते हैं, तो इस ब्लॉग को नियमित रूप से फॉलो करना न भूलें!
यहाँ दिल्ली, मुंबई, चेन्नई और कोलकाता में आज 09/06/2025 सोने और चांदी की कीमतें दिए गए हैं:-
CITY | 24k GOLD (GST PRICE) 10GRAMS | 22k GOLD (GST PRICE) 10GRAMS | SILVER (GST PRICE) PER KG |
DELHI | ₹100620 | ₹92230 | ₹109150 |
MUMBAI | ₹99280 | ₹90940 | ₹109150 |
CHENNAI | ₹100590 | ₹92240 | ₹118000 |
KOLKATA | ₹100620 | ₹92240 | ₹109650 |
ध्यान दें कि ये भाव बाज़ार के अनुसार बदल सकते हैं, और इनमें दैनिक या साप्ताहिक उतार-चढ़ाव भी हो सकता है, जो अंतरराष्ट्रीय बाजार में अस्थिरता और मांग-आपूर्ति के आधार पर होते हैं
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ख्य कारण निम्नलिखित हैं:-
1. अंतरराष्ट्रीय बाजार में उतार-चढ़ाव
- GOLD AND SILVER PRICES अंतरराष्ट्रीय बाजार में होने वाले बदलावों से बहुत प्रभावित होती हैं। जैसे-जैसे वैश्विक स्तर पर निवेश, मांग, और आपूर्ति में बदलाव होता है, वैसे ही इन धातुओं के दामों में उतार-चढ़ाव आता है। हाल ही में चीन और अमेरिका के व्यापार युद्ध (trade war) की वजह से चांदी के दामों में भारी गिरावट देखी जा रही है। ऐसी स्थिति अंतरराष्ट्रीय बाजार में अव्यवस्था के कारण होती है।
2. डॉलर की कीमत
- चूंकि सोने और चांदी का व्यापार अमेरिकी डॉलर में किया जाता है, इसलिए डॉलर की विनिमय दर में बदलाव का प्रभाव सीधा इनकी कीमतों पर पड़ता है। जब डॉलर की कीमत मजबूत होती है, तो सोने-चांदी के दाम कम हो सकते हैं, और जब डॉलर कमजोर होता है, तो इनके दाम बढ़ सकते हैं।
3. मांग और आपूर्ति
- यदि सोने और चांदी की मांग अधिक होती है और उनकी आपूर्ति सीमित होती है, तो उनके दाम बढ़ सकते हैं। इसका सीधा असर त्योहारों और शादी के मौसम में भी देखा जा सकता है, जब इनकी मांग बढ़ जाती है।
4. मुद्रास्फीति (महंगाई)
- महंगाई की दर में वृद्धि होने पर निवेशक सोने और चांदी को सुरक्षित निवेश के रूप में देखते हैं। इसलिए, उच्च मुद्रास्फीति के समय में इनकी कीमतें आमतौर पर बढ़ जाती हैं।
Daily Dose
में हम आपको मौजूदा समय के प्रसिद्ध शब्दों को हिंदी और सरल भाषा में समझाते हैं।
मुख्यमंत्री कृषक उद्यमी योजना –
परिचय
मध्य प्रदेश सरकार ने किसानों को कृषि आधारित उद्यम स्थापित करने के लिए प्रोत्साहित करने हेतु “मुख्यमंत्री कृषक उद्यमी योजना” शुरू की है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य किसानों को केवल फसल उत्पादन तक सीमित न रखकर कृषि-उद्यमिता (Agripreneurship) की ओर अग्रसर करना है। यह योजना किसानों को आर्थिक सहायता, प्रशिक्षण और तकनीकी ज्ञान प्रदान करके उन्हें स्वरोजगार के अवसर उपलब्ध कराती है।
मुख्यमंत्री कृषक उद्यमी योजना के प्रमुख उद्देश्य
- कृषि आधारित उद्यमों को बढ़ावा: किसानों को फसल उत्पादन के अलावा मूल्य संवर्धन (Value Addition) और प्रसंस्करण (Processing) के लिए प्रेरित करना।
- रोजगार सृजन: ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के अवसर पैदा करके पलायन रोकना।
- आय में वृद्धि: किसानों की आय को दोगुना करने के सरकार के लक्ष्य को पूरा करना।
- कृषि उत्पादों का बेहतर मूल्य: फसलों के प्रसंस्करण और ब्रांडिंग से किसानों को उचित दाम दिलाना।
मुख्यमंत्री कृषक उद्यमी योजना की मुख्य विशेषताएँ
1. वित्तीय सहायता
- योजना के तहत 10 लाख रुपये तक की सब्सिडी प्रदान की जाती है।
- 25% अनुदान (SC/ST महिला उद्यमियों के लिए 35%)।
- बैंक ऋण सुविधा भी उपलब्ध कराई जाती है।
2. पात्र उद्यम
क्रमांक | उद्यम का प्रकार | अधिकतम सहायता राशि |
1 | फल-सब्जी प्रसंस्करण इकाई | 10 लाख रुपये |
2 | डेयरी फार्म एवं दुग्ध प्रसंस्करण | 7 लाख रुपये |
3 | मत्स्य पालन एवं मछली प्रसंस्करण | 5 लाख रुपये |
4 | मधुमक्खी पालन एवं शहद प्रसंस्करण | 3 लाख रुपये |
5 | जैविक खाद उत्पादन इकाई | 4 लाख रुपये |
3. पात्रता शर्तें
- आवेदक मध्य प्रदेश का स्थायी निवासी होना चाहिए।
- आयु 18-45 वर्ष के बीच होनी चाहिए।
- किसान परिवार से संबंधित होना आवश्यक है।
- SC/ST, महिला और बीपीएल परिवारों को प्राथमिकता।
मुख्यमंत्री कृषक उद्यमी योजना आवेदन प्रक्रिया-
आवश्यक दस्तावेज:
आधार कार्ड
निवास प्रमाण पत्र
जाति प्रमाण पत्र (यदि लागू हो)
बैंक खाता विवरण
परियोजना रिपोर्ट
आवेदन कैसे करें?
ऑनलाइन: MP e-District Portal पर जाकर आवेदन करें।
ऑफलाइन: जिला कृषि अधिकारी या नजदीकी कृषि विज्ञान केंद्र (KVK) से संपर्क करें।
चयन प्रक्रिया:
आवेदन की जाँच के बाद पात्र उद्यमियों को प्रशिक्षण दिया जाता है।
बैंक लिंकेज सेल द्वारा ऋण प्रक्रिया पूरी की जाती है।
मुख्यमंत्री कृषक उद्यमी योजना के लाभ-
✅ किसानों को उद्यमी बनने का अवसर
✅ फसलों का बेहतर मूल्य और बाजार तक पहुँच
✅ ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती
✅ महिला और युवा किसानों के लिए विशेष प्रोत्साहन
मुख्यमंत्री कृषक उद्यमी योजना की सफलता एवं चुनौतियाँ-
सफलताएँ:
5000+ किसानों को इस योजना से लाभ मिल चुका है।
ग्रामीण क्षेत्रों में नए उद्यम स्थापित हुए हैं।
महिला किसानों की भागीदारी में वृद्धि हुई है।
चुनौतियाँ:
- जागरूकता की कमी (कई किसानों को योजना की जानकारी नहीं)।
- बैंक ऋण प्रक्रिया में देरी।
- बाजार संपर्क की कमी (उत्पादों की मार्केटिंग में दिक्कत)।
मुख्यमंत्री कृषक उद्यमी योजना किसानों को खेती से आगे बढ़ाकर उद्यमी बनने का एक सुनहरा अवसर प्रदान करती है। यह योजना न केवल कृषि आधारित उद्योगों को बढ़ावा देती है, बल्कि ग्रामीण रोजगार और आर्थिक विकास को भी गति प्रदान करती है। हालाँकि, मुख्यमंत्री कृषक उद्यमी योजना को और अधिक जमीनी स्तर पर प्रभावी बनाने के लिए जागरूकता अभियान और बाजार संपर्क को मजबूत करने की आवश्यकता है।