KARAN AUJLA और DILJIT DOSANJH पर शिकंजा गानों में शराब और ड्रग्स के प्रचार का आरोप
DATE-04/12/2024 SSONI
परिचय
पंजाबी गायक करण औजला और दिलजीत दोसांझ के खिलाफ उनके गानों में शराब और नशीले पदार्थों के प्रचार को लेकर शिकायतें दर्ज की गई हैं। यह विवाद भारतीय कानून और सामाजिक उत्तरदायित्व के मुद्दों को उठाता है।
मुख्य बिंदु:
1. करण औजला के खिलाफ शिकायत
- शिकायतकर्ता: प्रोफेसर पंडितराव धरनेवर ने औजला के गानों को लेकर शिकायत दर्ज कराई।
- गानों पर आपत्ति: “चिट्टा कुर्ता,” “अधिया,” “फ्यू डेज़,” “अल्कोहल 2,” “गैंगस्टा,” और “बंदूक” जैसे गानों में हानिकारक पदार्थों और नकारात्मक व्यवहारों का महिमामंडन करने का आरोप।
- धमकी: धरनेवर ने कहा कि अगर औजला इन गानों को लाइव परफॉर्म करते हैं, तो वह पुलिस अधिकारियों के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दायर करेंगे।
2. दिलजीत दोसांझ पर पहले का मामला
- दिलजीत दोसांझ के खिलाफ भी इसी तरह की शिकायतें दर्ज की गई थीं, जिसके कारण उन्हें तेलंगाना सरकार से कानूनी नोटिस मिला था।
3. भारत में शराब और नशीले पदार्थों के प्रचार पर कानून
- 1995 का प्रतिबंध: भारत में शराब और नशीले पदार्थों के विज्ञापन पर 1995 से प्रतिबंध है।
- कानूनी प्रावधान:
- केबल टेलीविजन नेटवर्क विनियम, 1994: शराब और नशीले पदार्थों के प्रचार को प्रतिबंधित करता है।
- दूरदर्शन विज्ञापन संहिता: इसी प्रकार के प्रचार को रोकता है।
- भारतीय प्रेस परिषद के दिशा-निर्देश: पत्रकारों और प्रसारकों के लिए शराब और नशीले पदार्थों के महिमामंडन को अवैध मानता है।
4. सामाजिक मुद्दे और विवाद
- पब्लिक में शराब बिक्री बनाम गानों में प्रचार:
- राज्यों द्वारा सार्वजनिक क्षेत्र में शराब बेचना जारी है।
- वहीं, गायकों को अपने गानों में शराब और नशीले पदार्थों का जिक्र करने से रोका जा रहा है।
निष्कर्ष
करण औजला और दिलजीत दोसांझ के मामलों ने भारत में कलाकारों की अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और सामाजिक जिम्मेदारी के बीच संतुलन का सवाल उठाया है। हालांकि, भारत के कानून स्पष्ट रूप से शराब और नशीले पदार्थों के किसी भी प्रकार के प्रचार पर प्रतिबंध लगाते हैं।