ASHISH KHANNA होंगे INTERNATIONAL SOLAR ALLIANCE के नए महानिदेशक
INTERNATIONAL SOLAR ALLIANCE (ISA) की सातवीं असेंबली में अशिष खन्ना को संगठन के तीसरे महानिदेशक के रूप में चुना गया है। वे वर्तमान महानिदेशक डॉ. अजय माथुर का स्थान लेंगे, जिनका कार्यकाल 14 मार्च 2025 को समाप्त होगा। अशिष खन्ना इससे पहले एशियाई विकास बैंक और विश्व बैंक जैसे संगठनों में अपनी सेवाएं दे चुके हैं और उन्हें ऊर्जा क्षेत्र में व्यापक अनुभव है।
अशिष खन्ना का मुख्य उद्देश्य ISA के सदस्य देशों के बीच सहयोग को बढ़ावा देना और सौर ऊर्जा के प्रसार को गति देना है। उन्होंने ISA की आगामी योजनाओं पर प्रकाश डालते हुए बताया कि संगठन को अब इस पर ध्यान देना होगा कि ‘क्या करना है’ से ‘कैसे करना है’ पर ध्यान केंद्रित किया जाए, ताकि देशों को उनके सौर ऊर्जा लक्ष्यों तक पहुंचने में वास्तविक सहयोग मिल सके
ISA, जो कि एक अंतर्राष्ट्रीय सरकारी संगठन है, का मुख्यालय भारत में है और इसका लक्ष्य 2030 तक सौर ऊर्जा में 1 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर के निवेश को आकर्षित करना है। यह संगठन सौर ऊर्जा के माध्यम से कृषि, स्वास्थ्य, परिवहन, और बिजली उत्पादन के क्षेत्रों में स्थायी ऊर्जा समाधान प्रदान करने का कार्य कर रहा है
ISA ने अशिष खन्ना के नेतृत्व में वैश्विक मंचों पर अधिक से अधिक सहयोग और साझेदारी को बढ़ावा देने की योजना बनाई है ताकि सदस्य देशों की ऊर्जा आवश्यकताओं को पूरा किया जा सके।
इंटरनेशनल सोलर अलायंस (ISA) एक अंतरराष्ट्रीय संगठन है, जिसका उद्देश्य सौर ऊर्जा के उपयोग को बढ़ावा देना और इसे सुलभ और सस्ता बनाना है। इसका गठन 2015 में भारत और फ्रांस के संयुक्त प्रयास से किया गया था और इसका मुख्यालय हरियाणा, भारत में स्थित है। ISA का लक्ष्य है कि 2030 तक सौर ऊर्जा में 1 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर का निवेश आकर्षित कर, ऊर्जा का स्थायी स्रोत बनाया जाए।
ISA का उद्देश्य
ISA का प्रमुख उद्देश्य सौर ऊर्जा के उपयोग को विश्व स्तर पर प्रोत्साहित करना है, जिससे कार्बन उत्सर्जन को कम किया जा सके और ऊर्जा सुरक्षा में सुधार हो सके। संगठन निम्नलिखित उद्देश्यों पर कार्य करता है:
- सौर ऊर्जा में निवेश को प्रोत्साहित करना।
- सदस्य देशों को सौर परियोजनाओं के लिए वित्तीय एवं तकनीकी सहायता प्रदान करना।
- विभिन्न देशों में सौर ऊर्जा से संबंधित प्रशिक्षण और जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन।
- नई प्रौद्योगिकियों और नीतियों के विकास में मदद करना, ताकि सौर ऊर्जा को और अधिक सुलभ बनाया जा सके।
ISA की प्रमुख उपलब्धियाँ
ISA के सदस्य देशों की संख्या 100 से अधिक है। संगठन ने कई क्षेत्रों में सौर ऊर्जा की परियोजनाओं को सफलतापूर्वक लागू किया है, जैसे:
- ग्लोबल सोलर फैसिलिटी: यह एक वित्तीय पहल है, जिसका उद्देश्य उन क्षेत्रों में सौर परियोजनाओं के लिए पूंजी उपलब्ध कराना है, जहाँ इसकी सबसे अधिक आवश्यकता है।
- सोलर वाटर पम्पिंग: कई देशों में सोलर वाटर पम्पिंग प्रोजेक्ट्स को लागू किया गया है, जिससे कृषि क्षेत्र में पानी की उपलब्धता को सुगम बनाया गया है।
- स्टार सेंटर: ये प्रशिक्षण केंद्र सौर ऊर्जा से जुड़े कौशल विकास के लिए स्थापित किए गए हैं, ताकि सौर परियोजनाओं के संचालन में आवश्यक तकनीकी ज्ञान और दक्षता प्रदान की जा सके।
ISA का कार्यक्षेत्र
ISA की कार्य योजना तीन प्रमुख क्षेत्रों पर आधारित है:
- नीतिगत सहयोग: सदस्य देशों को सौर ऊर्जा के लिए अनुकूल नीतियाँ बनाने में सहायता प्रदान करना।
- क्षमता निर्माण: प्रशिक्षण कार्यक्रमों के माध्यम से सदस्य देशों में सौर ऊर्जा से जुड़े कुशल श्रमिकों का निर्माण।
- प्रोजेक्ट्स का समर्थन: विभिन्न देशों में सौर परियोजनाओं के लिए तकनीकी और वित्तीय सहयोग प्रदान करना।
ISA की भविष्य की योजनाएँ
ISA का उद्देश्य आने वाले वर्षों में सौर ऊर्जा के क्षेत्र में और भी अधिक प्रगति करना है। संगठन सोलर पार्क्स, सौर विद्युत उत्पादन, और सौर जल पम्पिंग जैसी परियोजनाओं को अन्य देशों में बढ़ाने पर ध्यान दे रहा है। साथ ही, ISA का लक्ष्य COP सम्मेलनों में वैश्विक सहयोग को बढ़ावा देना और दुनिया के विभिन्न हिस्सों में सौर ऊर्जा को मुख्यधारा में लाने का है।
संक्षेप में, ISA का उद्देश्य है कि दुनिया भर में सौर ऊर्जा के उपयोग को बढ़ावा दिया जाए और इसे कार्बन-न्यूट्रल ऊर्जा स्रोत के रूप में विकसित किया जाए, जिससे पर्यावरण संरक्षण और सतत विकास को गति मिले।
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