जीएसटी,15/04/2025 GOLD AND SILVER PRICES

जीएसटी,15/04/2025 GOLD AND SILVER PRICESजीएसटी,15/04/2025 GOLD AND SILVER PRICES

  • SHUBHAM SONI 
  • PUBLISHED ON-15/04/2025
जीएसटी (GST – Goods and Services Tax) यानी वस्तु एवं सेवा कर, भारत में 1 जुलाई 2017 से लागू एक अप्रत्यक्ष कर (Indirect Tax) प्रणाली है।

आज सिरोंज में सोने और चांदी की कीमतें 

CITYGOLD PRICES (WITH GST) 10 GRAMSSILVER PRICES (WITH GST) PER KG
SIRONJ₹96280₹97600

सीमा शुल्क (Customs Duty) एक प्रकार का कर है जो किसी देश की सरकार द्वारा आयात या निर्यात की जाने वाली वस्तुओं पर लगाया जाता है।

यह  चैनल उन लोगों के लिए एक बेहतरीन स्रोत है जो  आज 15 April 2025 GOLD AND SILVER PRICES  जानना चाहते हैं। यहां आपको भारत में GOLD AND SILVER PRICES मिलेंगी, जिन्हें नियमित रूप से अपडेट किया जाता है। हाल ही में चीन और अमेरिका के व्यापार युद्ध (trade war) की वजह से चांदी के दामों में भारी गिरावट देखी जा रही है।चाहे आप निवेशक हों, जौहरी हों या कोई ऐसा व्यक्ति जो अपने निवेश को समझदारी से करना चाहता है, यह चैनल आपकी ज़रूरतों को पूरा करने के लिए सबसे बेहतर स्थान है।
  • सोने या चांदी के दाम हर रोज़ बाजार के उतार-चढ़ाव के आधार पर बदलती रहती हैं।
  • इस ब्लॉग पर आपको प्रमुख भारतीय शहरों जैसे दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, चेन्नई, बेंगलुरु और अन्य स्थानों की सोने और चांदी की कीमतें मिलेगी।
  • इसके अलावा, हम यहां 22 कैरेट और 24 कैरेट सोने की कीमतों का भी उल्लेख करते हैं ताकि आप अपनी ज़रूरत के अनुसार जानकारी प्राप्त कर सकें।
  • यह जानना जरूरी है कि यहां दी गई कीमतें बाजार में थोड़े बदलाव के साथ बदल सकती हैं।
  • GOLD AND SILVER PRICES में बदलाव के कारण अंतरराष्ट्रीय बाजार में उतार-चढ़ाव, मांग और आपूर्ति का संतुलन, मुद्रा की दरें और अन्य आर्थिक कारक होते हैं।
  • इसलिए, हम आपको यह सलाह देते हैं कि इन कीमतों की पुष्टि करते समय बाजार की मौजूदा स्थिति को भी ध्यान में रखें।
हमारा लक्ष्य है कि आपको सही और सटीक जानकारी प्रदान करें ताकि आप अपने निवेश निर्णयों को समझदारी से ले सकें। हमारे ब्लॉग के माध्यम से आपको कीमतों के अलावा, बाजार से जुड़े महत्वपूर्ण अपडेट्स और टिप्स भी मिलेंगे जो आपको बेहतर निवेश का मार्गदर्शन करेंगे। तो अगर आप सोने और चांदी में निवेश कर रहे हैं, या केवल उनके दामों के बारे में जानकारी रखना चाहते हैं, तो इस ब्लॉग को नियमित रूप से फॉलो करना न भूलें!
यहाँ दिल्ली, मुंबई, चेन्नई और कोलकाता में आज 15 April 2025 सोने और चांदी की कीमतें दिए गए हैं:
CITY24k GOLD (GST PRICE) 10GRAMS22k GOLD (GST PRICE) 10GRAMS    SILVER (GST PRICE) PER KG
DELHI₹98518₹88411₹97690
MUMBAI₹96518₹88411₹97690
CHENNAI₹98346₹90177₹108000
KOLKATA₹98346₹90177₹98945
ध्यान दें कि ये भाव बाज़ार के अनुसार बदल सकते हैं, और इनमें दैनिक या साप्ताहिक उतार-चढ़ाव भी हो सकता है, जो अंतरराष्ट्रीय बाजार में अस्थिरता और मांग-आपूर्ति के आधार पर होते हैं
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GOLD AND SILVER PRICES कई महत्वपूर्ण कारकों पर निर्भर करते हैं। इनमें से कुछ मुख्य कारण निम्नलिखित हैं:

1. अंतरराष्ट्रीय बाजार में उतार-चढ़ाव

  • GOLD AND SILVER PRICES अंतरराष्ट्रीय बाजार में होने वाले बदलावों से बहुत प्रभावित होती हैं। जैसे-जैसे वैश्विक स्तर पर निवेश, मांग, और आपूर्ति में बदलाव होता है, वैसे ही इन धातुओं के दामों में उतार-चढ़ाव आता है। हाल ही में चीन और अमेरिका के व्यापार युद्ध (trade war) की वजह से चांदी के दामों में भारी गिरावट देखी जा रही है। ऐसी स्थिति अंतरराष्ट्रीय बाजार में अव्यवस्था के कारण होती है।

2. डॉलर की कीमत

  • चूंकि सोने और चांदी का व्यापार अमेरिकी डॉलर में किया जाता है, इसलिए डॉलर की विनिमय दर में बदलाव का प्रभाव सीधा इनकी कीमतों पर पड़ता है। जब डॉलर की कीमत मजबूत होती है, तो सोने-चांदी के दाम कम हो सकते हैं, और जब डॉलर कमजोर होता है, तो इनके दाम बढ़ सकते हैं।

3. मांग और आपूर्ति

  • यदि सोने और चांदी की मांग अधिक होती है और उनकी आपूर्ति सीमित होती है, तो उनके दाम बढ़ सकते हैं। इसका सीधा असर त्योहारों और शादी के मौसम में भी देखा जा सकता है, जब इनकी मांग बढ़ जाती है।

4. मुद्रास्फीति (महंगाई)

  • महंगाई की दर में वृद्धि होने पर निवेशक सोने और चांदी को सुरक्षित निवेश के रूप में देखते हैं। इसलिए, उच्च मुद्रास्फीति के समय में इनकी कीमतें आमतौर पर बढ़ जाती हैं।

Daily Dose 

में हम आपको मौजूदा समय के प्रसिद्ध आर्थिक शब्दों को हिंदी और सरल भाषा में समझाते हैं।

जीएसटी (GST – Goods and Services Tax) का विस्तृत विवरण

1. जीएसटी क्या है?

जीएसटी (GST – Goods and Services Tax) यानी वस्तु एवं सेवा कर, भारत में 1 जुलाई 2017 से लागू एक अप्रत्यक्ष कर (Indirect Tax) प्रणाली है। यह पूरे देश के लिए एकीकृत कर व्यवस्था (One Nation, One Tax) लेकर आया है, जिसमें पहले के कई अलग-अलग करों (जैसे वैट, एक्साइज ड्यूटी, सर्विस टैक्स आदि) को हटाकर एक ही कर लागू किया गया है।

2. जीएसटी के प्रकार (Types of GST in India)

भारत में जीएसटी को चार भागों में बाँटा गया है:

  • सीजीएसटी (CGST – Central GST) – केंद्र सरकार द्वारा लगाया जाता है (अंतर्राज्यीय लेनदेन में)।
  • एसजीएसटी (SGST – State GST) – राज्य सरकार द्वारा लगाया जाता है (अंतर्राज्यीय लेनदेन में)।
  • आईजीएसटी (IGST – Integrated GST) – केंद्र सरकार द्वारा लगाया जाता है, लेकिन राज्यों और केंद्र के बीच बाँटा जाता है (एक राज्य से दूसरे राज्य में लेनदेन पर)।
  • यूटीजीएसटी (UTGST – Union Territory GST) – केंद्र शासित प्रदेशों में लागू होता है।

3. जीएसटी के स्लैब (GST Rates in India)

जीएसटी में वस्तुओं और सेवाओं पर अलग-अलग दरें लागू हैं:

दर (%)वस्तुएँ / सेवाएँ
0% (मुक्त)बुनियादी खाद्य पदार्थ (चावल, गेहूँ, दूध, फल, सब्जियाँ), अखबार, नमक आदि।
5%पैक्ड फूड, चाय, कॉफी, मसाले, दवाइयाँ, छोटे रेस्टोरेंट आदि।
12%प्रोसेस्ड फूड, कंप्यूटर पार्ट्स, टेलीफोन सेवाएँ आदि।
18%साबुन, टूथपेस्ट, इलेक्ट्रॉनिक्स, होटल सेवाएँ, AC रेस्टोरेंट आदि।
28%लक्ज़री आइटम (कार, बाइक), सिनेमा टिकट, 5-स्टार होटल, सिगरेट, शराब (GST के बाहर) आदि।

(कुछ वस्तुओं पर Cess (अतिरिक्त उपकर) भी लगता है, जैसे लक्ज़री कारों पर।)

4. जीएसटी के फायदे (Benefits of GST)

✅ करों का सरलीकरण: पहले अलग-अलग कर (VAT, Excise, Service Tax) थे, अब सिर्फ एक ही कर।
✅ कैस्केडिंग प्रभाव खत्म: “टैक्स पर टैक्स” (Tax on Tax) की समस्या कम हुई।
✅ ईज़ ऑफ डूइंग बिजनेस: व्यापारियों के लिए कंप्लायंस आसान हुआ।
✅ अनौपचारिक अर्थव्यवस्था कम: डिजिटल पेमेंट और इनपुट टैक्स क्रेडिट से कालाधन कम हुआ।
✅ राजस्व में वृद्धि: जीएसटी कलेक्शन लगातार बढ़ रहा है।

5. जीएसटी की चुनौतियाँ (Challenges of GST)

❌ कई स्लैब: 0%, 5%, 12%, 18%, 28% – जटिलता बनी हुई।
❌ छोटे व्यापारियों पर दबाव: कंप्लायंस (GST रिटर्न) फाइल करना मुश्किल।
❌ तकनीकी समस्याएँ: GST पोर्टल (GSTN) पर ग्लिच और स्लो प्रोसेसिंग।
❌ कुछ वस्तुओं पर अभी भी अलग कर: पेट्रोल, डीजल, शराब GST के बाहर हैं।

6. जीएसटी रिटर्न फाइलिंग (GST Return Filing)

  • GSTR-1: आउटवर्ड सप्लाई (बिक्री) का विवरण।
  • GSTR-3B: मासिक/त्रैमासिक सारांश रिटर्न।
  • GSTR-9: वार्षिक रिटर्न।
  • (छोटे व्यापारियों (टर्नओवर < ₹5 करोड़) के लिए QRMP (Quarterly Return Monthly Payment) स्कीम भी है।)

जीएसटी भारत की अर्थव्यवस्था में एक बड़ा सुधार है, लेकिन अभी भी इसे और सरल बनाने की जरूरत है। यह व्यापारियों और उपभोक्ताओं दोनों के लिए फायदेमंद है, लेकिन इसके कार्यान्वयन में कुछ कमियाँ भी हैं।

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