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Inflation 09/04/2025 GOLD AND SILVER PRICES

Inflation 08/04/2025 GOLD AND SILVER PRICES

Inflation 08/04/2025 GOLD AND SILVER PRICES 

DATE-09/04/2025 SSONI 

यह  चैनल उन लोगों के लिए एक बेहतरीन स्रोत है जो  आज 09 April 2025 GOLD AND SILVER PRICES  जानना चाहते हैं। यहां आपको भारत में GOLD AND SILVER PRICES मिलेंगी, जिन्हें नियमित रूप से अपडेट किया जाता है। हाल ही में चीन और अमेरिका के व्यापार युद्ध (trade war) की वजह से चांदी के दामों में भारी गिरावट देखी जा रही है।चाहे आप निवेशक हों, जौहरी हों या कोई ऐसा व्यक्ति जो अपने निवेश को समझदारी से करना चाहता है, यह चैनल आपकी ज़रूरतों को पूरा करने के लिए सबसे बेहतर स्थान है। Inflation की दर में वृद्धि होने पर निवेशक सोने और चांदी को सुरक्षित निवेश के रूप में देखते हैं। इसलिए, उच्च मुद्रास्फीति के समय में इनकी कीमतें आमतौर पर बढ़ जाती हैं।

आज सिरोंज में सोने और चांदी की कीमतें –

 GOLD -88780 , SILVER -89325 (TIME- 11:56)
हमारा लक्ष्य है कि आपको सही और सटीक जानकारी प्रदान करें ताकि आप अपने निवेश निर्णयों को समझदारी से ले सकें। हमारे ब्लॉग के माध्यम से आपको कीमतों के अलावा, बाजार से जुड़े महत्वपूर्ण अपडेट्स और टिप्स भी मिलेंगे जो आपको बेहतर निवेश का मार्गदर्शन करेंगे। तो अगर आप सोने और चांदी में निवेश कर रहे हैं, या केवल उनके दामों के बारे में जानकारी रखना चाहते हैं, तो इस ब्लॉग को नियमित रूप से फॉलो करना न भूलें!
यहाँ दिल्ली, मुंबई, चेन्नई और कोलकाता में आज 09 April 2025 सोने और चांदी की कीमतें दिए गए हैं:

दिल्ली:

मुंबई:  

चेन्नई:

कोलकाता:

ध्यान दें कि ये भाव बाज़ार के अनुसार बदल सकते हैं, और इनमें दैनिक या साप्ताहिक उतार-चढ़ाव भी हो सकता है, जो अंतरराष्ट्रीय बाजार में अस्थिरता और मांग-आपूर्ति के आधार पर होते हैं
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GOLD AND SILVER PRICES कई महत्वपूर्ण कारकों पर निर्भर करते हैं। इनमें से कुछ मुख्य कारण निम्नलिखित हैं:

1. अंतरराष्ट्रीय बाजार में उतार-चढ़ाव

2. डॉलर की कीमत

3. मांग और आपूर्ति

4. मुद्रास्फीति (Inflation)

मुद्रास्फीति (Inflation) एक आर्थिक स्थिति है जिसमें समय के साथ वस्तुओं और सेवाओं की कीमतें बढ़ती जाती हैं, जिससे मुद्रा की क्रय शक्ति (खरीदने की क्षमता) कम हो जाती है। इसे सरल भाषा में समझें तो मुद्रास्फीति तब होती है जब हम पहले जितने पैसों में जो चीजें खरीद सकते थे, अब उतनी ही चीजों के लिए हमें ज्यादा पैसे खर्च करने पड़ते हैं।

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Inflation के प्रमुख कारण

  1. मांग-खींच मुद्रास्फीति (Demand-Pull Inflation): जब बाजार में किसी विशेष वस्तु या सेवा की मांग बढ़ जाती है, लेकिन उसकी आपूर्ति उतनी तेजी से नहीं बढ़ पाती, तो उसकी कीमतें बढ़ने लगती हैं।
  2. मूल्य-संचालित मुद्रास्फीति (Cost-Push Inflation): जब वस्तुओं और सेवाओं के उत्पादन में इस्तेमाल होने वाली वस्तुएं महंगी हो जाती हैं (जैसे कि कच्चा तेल, कच्चे माल आदि), तो इसका असर अंतिम उत्पादों की कीमतों पर पड़ता है, जिससे महंगाई बढ़ती है।
  3. मुद्रा की आपूर्ति में वृद्धि: अगर बाजार में ज्यादा पैसा आ जाता है लेकिन सामान और सेवाएं उतनी नहीं बढ़तीं, तो इसकी वजह से भी महंगाई बढ़ने लगती है।

Inflation के प्रकार

Inflation के प्रभाव

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Inflation की माप

भारत में Inflation को मुख्य रूप से दो सूचकांकों द्वारा मापा जाता है:

मुद्रास्फीति एक ऐसी स्थिति है जो अर्थव्यवस्था के लिए थोड़ी मात्रा में लाभदायक हो सकती है, लेकिन अधिक बढ़ने पर यह समस्या पैदा कर सकती है। यह आर्थिक संतुलन बनाए रखने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है और सरकार और केंद्रीय बैंक द्वारा नियमित रूप से इसकी निगरानी की जाती है ताकि इसे नियंत्रित किया जा सके।
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